मुंबई, 15 सितंबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आधारित फिल्म 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए मॉन्क' के जरिए प्रसिद्ध लेखक दिलीप बच्चन झा बड़े पर्दे पर अपनी वापसी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सिनेमा का कर्तव्य है कि वह दर्शकों और विशेषकर युवाओं को अपने नेताओं और प्रभावशाली व्यक्तियों के माध्यम से प्रेरित करे।
दिलीप ने बताया, "सिनेमा समाज और समय का प्रतिबिंब है। एक परिपक्व समाज और उसके सिनेमा का यह दायित्व है कि वह दर्शकों को प्रेरित करे। भारत जैसे विशाल और युवा देश में ऐसी प्रेरणादायक कहानियों की आवश्यकता बढ़ती जा रही है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं योगी आदित्यनाथ के जन्मस्थान पंचूर, ऋषिकेश और कोटद्वार गया, जहां उन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई की। उनके जीवन की कई घटनाएं प्रेरणादायक और भावनात्मक हैं। योगी बनने से पहले वे अपने परिवार और दोस्तों के करीब थे।"
दिलीप ने बताया कि योगी आदित्यनाथ ने कम उम्र से ही महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों के लिए संघर्ष किया। कॉलेज के दिनों में उन्होंने गुंडों के खिलाफ महिलाओं के लिए आवाज उठाई थी।
उन्होंने कहा, "किताबों में जानकारी तो होती है, लेकिन उनमें कहानी का ड्रामा और भावनात्मक पहलू अक्सर कम होता है। एक लेखक के रूप में मेरी चुनौती थी कि मैं कहानी में मानवीय पक्ष को इस तरह लाऊं कि दर्शक उससे जुड़ सकें।"
'अजेय' फिल्म न केवल एक राजनीतिक यात्रा को दर्शाती है, बल्कि त्याग, विश्वास और प्रेरणा की गहरी मानवीय कहानी भी पेश करती है। यह फिल्म युवाओं को प्रेरित करने और समाज के सामने एक आदर्श स्थापित करने का प्रयास है।
यह फिल्म 19 सितंबर को रिलीज होने वाली है और यह शांतनु गुप्ता की बेस्टसेलिंग किताब 'द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर' से प्रेरित है।
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